आज समाप्त हुआ प्रकल्प, कुल 30640 भोजन वितरण,
अंतिम उन्नीसवाँ दिन हैं आज, उन्नीस दिन का द्वितीय चरण।
19 दिन!
अद्भुत ग्रन्थ भगवद्गीता सुनाया युद्धक्षेत्र में, स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को!
वर्तमान में स्वामी रामसुखदास ने लिखा, अनुपम टीका साधक संजीवनी को !
सप्तदश अध्याय श्रद्धात्रयविभागयोग में है कि श्रद्धा के अनुसार ही होता है मानव,
सात्विक, राजसिक और तामसिक, यथा श्रद्धा तथा तप, ज्ञान और दान कर्म।
आहार और यजन के द्वारा भी श्रद्धा का होता है ज्ञान,
यथा श्रद्धा तथा भोजन और देव पूजन भी करता इंसान।
अष्टादश अध्याय मोक्षसन्यासयोग, प्रश्न है कि कर्मसन्यास अथवा कर्मफलत्याग ?
सत्व, राजस या तामस प्रकार के होते कर्म, कर्ता, बुद्धि, धृति, सुख और ज्ञान।
लेकिन सर्वगुह्यतम योग गीता में, प्रभु ने बतलाया शरणागति,
अर्जुन का मोह नष्ट हुआ, प्राप्त हुई शाश्वत स्मृति।
सरकार ने लॉक डाउन 3.0 लागू कर दिया है 14 दिन के लिए,
निर्णय अब आपके हाथ में, कैसे संक्रमण से बच कर जिएँ।
फिर से पुनर्जीवित करें, देश की अर्थव्यवस्था,
सुरक्षित दूरी हर समय, बनाए रखने की व्यवस्था।
अब सब मिल कर करें लड़ाई, करें ईश्वर में पूरा विश्वास,
प्रकृति का रक्षण करें, दो गज दूरी रखें, दिल से रहें पास।
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