Thursday, May 21, 2020

Lockdown 4.0 Day 4 May 21, 2020

आज है चौथा दिनलॉकडाउन का चतुर्थ चरण,
प्रथम लॉकडाउन में पढ़ारामचरितमानस को,
द्वितीय में गीता की अद्भुत टीकासाधक संजीवनी को। 
तृतीय काउपयोग हुआभागवत पारायण में,
चतुर्थ कासोलह अक्षर महामंत्रके जप यज्ञ में।

हरे राम हरे रामराम राम हरे हरे। 
हरे कृष्ण हरे कृष्णकृष्ण कृष्ण हरे हरे।
यह सोलह अक्षर महामंत्र इसकी सोलह माला,
जप हेतु एक सौ आठमणियों की माला। 
मैंने सोचा हैइस जप कोकरना है सोलह दिन,
क्योंकि संत तुलसीदास ने दिया है आश्वासन।
भाँयकुभाँयअनखआलसहूँ। 
नाम जपत मंगल दिसी दसहूँ।।

लॉकडाउन का कारण और तर्कअब किसी को समझ नहीं  रहा है?
गरीब मज़दूर की क़ुर्बानी का ग़मअब किसी को नहीं हो रहा है ?
अमफान तूफ़ान भीउड़ीसा  बंगाल मेंतबाही मचा गया,
कोरोना से ही दुखी थेये कंगाली में आटा गीला कर गया। 
अब सब खुल रहा हैपर व्यक्ति खुद डर रहा है,
चौवन दिन में ख़तरा बढ़ा कि घटासमझ नहीं  रहा है। 
छोड़ो अबबाक़ी सब व्यर्थ हुआबस इतना सीख लो,
दो गज दूरीहै ज़रूरीकोरोना के साथ रहना सीख लो। 

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