Saturday, April 18, 2020

Lockdown 2.0 Day 1-4 Apr 18, 2020

आज 1115 और कुल 13880 भोजन वितरण,
चार दिन गुजरे हैं उन्नीस दिन का द्वितीय चरण। 
19 दिन!
अद्भुत ग्रन्थ भगवद्गीता सुनाया युद्धक्षेत्र मेंस्वयं भगवान श्री कृष्णा ने अर्जुन को!
वर्तमान में स्वामी रामसुखदास ने लिखाअनुपम टीका साधक संजीवनी को !!
अर्जुन के रूप में हमारे दुःख का वर्णन हैप्रथम अध्याय अर्जुन विषादयोग में,
अपने को सही ठहराने के लिएसही दिखते तर्कों कोलाते हम प्रयोग में

शरीर मानो या स्वयं को आत्माकरो विवेक का उपयोग,
कर्तव्य का पालन करोव्यर्थ है चिंताव्यर्थ है शोक। 
मानव प्रकृति का विश्लेषणअधिकार है मात्र कर्म करने का। 
द्वितीय अध्याय सांख्य योगउपदेश दे रहा ज्ञान एवं विवेक का। 

कर्म करना है करने का वेग शांत करने के लिए,
प्राप्त परिस्थिति का सदुपयोग करने के लिए,
कर्म करने मेंकुछ भी अपने लिए नहींयही मूल सिद्धांत है।
तृतीय अध्याय कर्मयोग कहता कर्म ना करे वो  भ्रांत है।

चतुर्थ अध्याय ज्ञानकर्मसन्यासयोगकरता यह स्पष्ट है। 
जो आनंद पूर्वक कर्तव्य करेकभी नहीं होता भ्रष्ट है। 
कर्मयोग स्वतंत्र साधनकर्म से निवृत्ति के लिएकर्म का मार्ग है। 
इससे कालेनअवश्य ही प्राप्त होता तत्वगृहस्थ का यही मार्ग है। 

लॉक डाउन 2.0 उन्नीस दिन में हमें कुछ बेहतर दे जाए।  
इसके लिए आवश्यक हैहमारा पूर्ण सहयोग हो जाए।
मुक्त है जो गाँवशहर और जिले कोरोना से,
रहें मुक्त अब अगले माह ये सभी कोरोना से। 
आरोग्य सेतु का करें उपयोगना दें वायरस को आमंत्रण,
इसे बाहर रखें शहर की सीमा सेऐसी सुरक्षा से लड़ें यह रण। 

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