21 दिन!
आज दसवाँ दिन है !
रामचरितमानस का उन्नीसवाँ मासपारायण।
भरत देते हैं, अब समझाईश का सविनय प्रत्युत्तर,
राम के वनगमन का हेतु मैं बना, लेकिन अब सभी विचार करें,
वन जाकर प्रभु राम को लौटा लाऐं, ऐसा सब प्रयास करें।
चले अवध के लोग सभी, और समस्त रनिवास,
गुह से मिलकर चले भरत, मुनि भारद्वाज के पास।
लॉक डाउन के बाद भी, कोरोना रोगी बढ़ रहे,
लेकिन इसके बिना क्या हो, नहीं समझ पा रहे।
सीमा बंद करनी होगी, हर देश, राज्य, जिले व ग्राम की,
क्वॉरंटीन करके ही, रक्षा होगी, अब मानव के स्वास्थ्य की।
इसमें भी अनेक समस्याओं का, सामना करना होगा,
लेकिन इसके बिना इस समस्या का, हल भी नहीं होगा।
प्रधानमंत्री ने पाँच अप्रेल को किया है, प्रकाश पर्व का आह्वान,
ईश्वर पर विश्वास कर, जीने के लिए सरकार की सलाह मान।
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