21 दिन!
आज इक्कीसवाँ दिन है !
रामचरितमानस का तीसवाँ, अंतिम मासपारायण।
रामायण का फल है कि भक्ति करें श्री राम से,
गरुड़ का प्रश्न है कि क्यों भक्ति विशेष ज्ञान से?
काकभुशुंड़ी समझा रहे, ज्ञान विज्ञान पुरुष जाति,
माया न मोहे भक्ति को, क्यूँकि दोनो नारी जाति।
यम, नियम, कर्तव्य का पालन, और वैराग्य हो,
अनेक विघ्न पार करने पर, ज्ञान मार्ग सिद्ध हो।
भक्ति के लिए राम कथा का अवगाहन करो।
प्रभु स्मरण करते हुए, कर्तव्य का पालन करो।
जब विनीत होकर कर्तव्य में लगा दे पूरी शक्ति,
प्रसन्न होकर व्यक्ति को, श्री राम दे देते भक्ति।
लॉक डाउन तीन मई तक, बढ़ा दिया गया है ,
उन्नीस दिन आपको अवसर दिया गया है।
रोक सको तो रोक लो, इस कोरोना संक्रमण को,
शांत रहकर, बिना लड़े ही जीत लोगे इस रण को,
बीस अप्रेल को, जब करे समीक्षा सरकार,
तुम्हारा क्षेत्र खुल सके, प्रयास यही हो इस बार।
सेवा, सामाजिक दूरी, सहानुभूति एवं विश्वास,
रहो उत्साहित, व्यस्त निरंतर, ना हो कभी निराश।
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